रूसी रक्षा मंत्रालय ने रविवार को पुष्टि की कि यूक्रेन द्वारा किए गए ड्रोन हमलों में देशभर के 5 सैन्य एयरबेस को निशाना बनाया गया, जिससे कई विमानों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, कितने विमान क्षतिग्रस्त हुए हैं, इसका सटीक आंकड़ा नहीं बताया है।
अपने बयान में रूसी रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन पर आरोप लगाया कि उसने मुरमान्स्क, इरकुत्स्क, इवानोवो, रयाजान और अमूर क्षेत्रों में स्थित हवाई अड्डों पर FPV (फर्स्ट पर्सन व्यू) ड्रोन से आतंकी हमला किया। मंत्रालय ने कहा कि इवानोवो, रयाजान और अमूर क्षेत्रों के सैन्य एयरबेसों पर सभी आतंकी हमलों को नाकाम कर दिया गया।
पहली बार आधिकारिक रूप से यह भी पुष्टि की गई है कि कुछ ड्रोन हमले एयरबेस के बहुत पास से ही किए गए थे। रूसी अधिकारियों के मुताबिक, मुरमान्स्क क्षेत्र के ओलेनोगोर्स्क एयरबेस और इरकुत्स्क (साइबेरिया) के स्रेद्नी एयरबेस को ट्रेलर ट्रकों की मदद से पास के इलाकों से ड्रोन लॉन्च करके निशाना बनाया गया।
यूक्रेन का दावा- रूस के 41 विमानों को तबाह किया
यूक्रेन ने रविवार को दावा किया था उसने रूस के 41 लड़ाकू विमानों को तबाह किया। यूक्रेनी वेबसाइट कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन ने रूस के मरमंस्क में ओलेन्या एयर बेस, इरकुत्स्क में बेलाया एयर बेस, इवानोवो में इवानोवो एयर बेस और डायगिलेवो एयर बेस को निशाना बनाया।
रूस का बेलाया एयरबेस यूक्रेनी सीमा से 4 हजार किमी से भी ज्यादा दूर है। यह रूस के साइबेरिया इलाके में स्थित है। रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसी (SBU) ने इस हमले को अंजाम दिया, जिसमें FPV (फर्स्ट-पर्सन-व्यू) ड्रोन्स का इस्तेमाल किया गया। इसमें A-50, TU-95 और TU-22 जैसे स्ट्रैटजिक बॉम्बर्स को निशाना बनाया गया।
SBU के एक अधिकारी ने कहा कि यह हमला उन्होंने खुद के बचाव में किया है, क्योंकि ये रूसी विमान अक्सर यूक्रेनी शहरों पर बम गिराते हैं। रूस ने इस हमले की पुष्टि की है। शुरुआती अनुमानों के मुताबिक, नुकसान की लागत 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (17 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा) हो सकती है।
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब इस्तांबुल में सोमवार को शांति वार्ता होनी है और सीमा पार झड़पें तेज हो गई हैं।
ओलेन्या एयरबेस में आग लगी
यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) ने कहा कि उनके ड्रोन रूस के अंदर बहुत दूर तक गए और Tu-95, Tu-22 जैसे बड़े बमवर्षक विमानों और A-50 जैसे महंगे जासूसी विमानों को नुकसान पहुंचाया। A-50 विमान बहुत ही रेयर हैं, और रूस के पास ऐसे सिर्फ 10 विमान हैं। एक विमान की कीमत करीब 350 मिलियन डॉलर (3000 करोड़ रुपए) बताई जाती है।
इस हमले में 'बेलाया' नाम का एयरबेस खास तौर से निशाने पर था, जो रूस के इर्कुत्स्क क्षेत्र में है। वहीं, 'ओलेन्या' एयरबेस में भी आग लगने की खबरें आई हैं, लेकिन इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
Tu-95 और Tu-160 जैसे विमान पुराने जरूर हैं, लेकिन ये लंबी दूरी तक उड़ सकते हैं और कई मिसाइलें ले जा सकते हैं। ये रूस की वायुसेना के सबसे ताकतवर हथियारों में गिने जाते हैं। इन्हें गिराना यूक्रेन के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।