भोपाल-इंदौर मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों के वाहनों के लिए मेट्रो रेल कंपनी अब सभी स्टेशनों पर पार्किंग के लिए जगह तलाश रही है। सुभाष नगर से एम्स के बीच बन रहे प्रायोरिटी कॉरिडोर के 8 में से 5 स्टेशनों पर तो पार्किंग बनाने की तैयारियां तकरीबन पूरी कर ली गई हैं। 31 मई को इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर के पांचों स्टेशंन पर पार्किंग देने की तैयारी है।
दोनों शहरों के प्रायोरिटी कॉरिडोर के स्टेशंस के बाद पूरे रूट पर भी पार्किंग का प्लान बनाया जा रहा है। मेट्रो प्रबंधन को मंत्रालय के आला अफसरों के दखल के बाद ये निर्णय लेना पड़ा है। इसलिए मेट्रो कंपनी भोपाल-इंदौर नगर निगम से चर्चा के बाद नए पार्किंग स्थल चिह्नित कर रही है।
बीती 7 मार्च के अंक में दैनिक भास्कर ने ‘जयपुर में 9 किमी मेट्रो रूट में 7 पार्किंग; भोपाल-इंदौर में कुल 62 किमी में एक भी नहीं, डीपीआर बनाते वक्त ही नहीं रखा ध्यान’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसमें बताया था कि भोपाल-इंदौर मेट्रो की डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) में ही पार्किंग का प्रावधान नहीं किया गया है। प्रबंधन का तर्क था कि ऐसा इसलिए, क्योंकि मेट्रो की पॉलिसी है कि यात्रियों को घर से निकलते ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट मुहैया करवाया जाए। इसलिए मोबीलिटी प्लान बनाए गए हैं।
खबर छपने के बाद हरकत में आया प्रबंधन
भास्कर में खबर प्रकाशित होने पर मंत्रालय के अफसरों ने संज्ञान लेकर मेट्रो प्रबंधन से पहले तो पार्किंग नहीं बनाए जाने की वजह पूछी। इसके बाद पार्किंग का प्रावधान करने के निर्देश भी दिए। इसके लिए विभाग के एसीएस ने इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर का दौरा करते वक्त इंदौर नगर निगम के अफसरों को पार्किंग के लिए स्थान देने के निर्देश भी दिए।
मंत्रालय का दखल... और बदलना पड़ा मेट्रो कंपनी को अपना फैसला
8 स्टेशनों पर बनाया जा रहा व्यवस्थित प्लान
मेट्रो के अफसरों का कहना है कि भोपाल में प्रायोरिटी कॉरिडोर के 8 स्टेशनों के लिए व्यवस्थित प्लान बनाया जा रहा है। इनमें सुभाष नगर, केंद्रीय विद्यालय, बोर्ड ऑफिस, एमपी नगर, आरकेएमपी, डीआरएम, अलकापुरी और एम्स स्टेशन शामिल हैं। इन पर साइकिल, दो पहिया और चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग का प्लान बनाया जा रहा है।
एम्स और सुभाष नगरमें बनेगी बड़ी पार्किंग
मेट्रो प्रबंधन ने एम्स स्टेशन में पार्किंग की जगह तलाश ली है। अलकापुरी में पार्किंग के लिए जगह नहीं मिल रही है। डीआरएम स्टेशन पर स्टाफ पार्किंग की व्यवस्था की जा सकती है। आरकेएमपी पर रेलवे की पार्किंग को ही इस्तेमाल किया जाएगा, एमपी नगर स्टेशन पर पार्किंग के लिए नगर निगम से बात जारी है। सुभाष नगर में बड़ी पार्किंग बनाई जाएगी।
पार्किंग न होने से ये नुकसान होते...
1. स्टेशन के आसपास अवैध पार्किंग विकसित होंगी।
2. यात्री अपने वाहन स्टेशन के पास इधर-उधर खड़े करेंगे, जिनके चोरी होने की आशंका।
3. अगर यात्री घटे तो मेट्रो को आर्थिक रूप से नुकसान भी होगा।
4. मेट्रो से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या कम हो सकती है।