राजधानी का मौसम इस बार बदला-बदला सा है। मई में लू की बजाय बारिश हो रही है। आंधी चल रही है। 15 जून के आसपास मानसून के आने की उम्मीद है। अच्छे मानसून की उम्मीद जगाती यह जानकारी शहरवासियों को चिंता में भी डालती है। आखिर इस तेज बारिश के लिए शहर कितना तैयार है? शहर के 20 बड़े नाले अब तक साफ नहीं हुए हैं। 100 से ज्यादा अंदरूनी सड़कों को सुधार की जरूरत है। बिजली लाइनों के मेंटेनेंस की स्थिति यह है कि जिन इलाकों में मेंटेनेंस हो गया, वहां भी हल्की बारिश या तेज हवा में अंधेरा छा जाता है।
प्री-मानसून एक्टिविटी जल्दी शुरू होने के कारण नगर निगम ने इस बार नालों की सफाई और सड़कों की मरम्मत का काम 31 मई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। शहर में 800 से ज्यादा नाले हैं, इनमें 140 से ज्यादा बड़े नाले हैं। नालों की साफ-सफाई के लिए 26 छोटी-बड़ी पोकलेन मशीनें लगाई गई हैं। पूरे शहर में लगभग 150 लोग इस काम में लगे हुए हैं। बड़े नालों में से अभी भी 20 से ज्यादा बड़े नालों की सफाई पूरी नहीं हो सकी है।
बिजली कंपनी 1 अप्रैल से कर रही मेंटेनेंस, कई फीडरों पर महीने में 10 बार ट्रिपिंग
अंदरूनी सड़कों को सुधार की जरूरत...
जीआईएस में शहर की मेन रोड तो सुधर गईं, लेकिन अंदरूनी सड़कों की हालत अब भी खराब है। निगम ने 31 मई तक सड़क सुधारने की डेडलाइन तय की थी। लेकिन बजट गतिरोध से काम एक हफ्ते पहले ही शुरू हो पाया है और इसने अभी गति नहीं पकड़ी है। 100 से ज्यादा कॉलोनियों में सड़कों को सुधारा जाना है। फिलहाल पार्षदों को 1 लाख रु. ही मिले हैं, बाकी के लिए मंजूरी दी जा रही है।
512 में से 55 फीडरों का फिर होगा मेंटेनेंस...
बिजली कंपनी 1 अप्रैल से मेंटेनेंस कर रही है। इसके बाद भी समस्या कम नहीं हो रही। बिजली कंपनी ने खुद यह स्वीकार किया है कि 512 में से 55 फीडर ऐसे हैं जहां दोबारा मेंटेनेंस करना होगा, क्योंकि वहां महीने में 10 से ज्यादा बार ट्रिपिंग हो रही है। 50 से अधिक फीडर ऐसे हैं, जिनका अभी मेंटेनेंस ही नहीं हुआ है। हल्की हवा में इन इलाकों में बिजली गुल हो जाती है।
इन नालों की सफाई आधी...
काजी कैंप, छोला मरघट, पंचशील, गंगा नगर, बंसल अस्पताल के पीछे, 109 की लाइन हॉकर्स कॉर्नर, धोबीघाट, पुष्पा नगर, शक्ति नगर, अन्ना नगर, आईएसबीटी, जहांगीराबाद, वृंदावन गार्डन के पीछे, अल्कापुरी, एम्स के पीछे, शिव नगर, रूप नगर, संजीव नगर, भोपाल मेमोरियल, लांबाखेड़ा और रवींद्र भवन का नाला।
15 जून से शुरू होंगे निगम-कलेक्टोरेट के कंट्रोल रूम...
15 जून से निगम और कलेक्टोरेट के कंट्रोल रूम शुरू होंगे। यहां 24 घंटे अमला उपलब्ध रहता है। यह प्रदेश के बाढ़ नियंत्रण कक्ष और एनडीईआरएफ व एसडीईआरएफ के भी संपर्क में रहते हैं।
मानसून को देखते हुए इस बार 31 मई तक सभी नालों की सफाई और खराब सड़कों को ठीक करना शुरू कर दिया है। हमारा उद्देश्य है कि न तो कहीं जलभराव हो और न ही खराब सड़कों के कारण लोगों को परेशानी हो।
-हरेंद्र नारायण, कमिश्नर, नगर निगम
बाढ़-बारिश के लिए कंट्रोल रूम
बारिश और बाढ़ के दौरान मदद के लिए जिला कंट्रोल रूम बनाया गया है। किसी भी परेशानी होने पर 0755-2540220, 2701401, 2542222 नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। शुक्रवार को हुई बैठक में एडीएम अंकुर मेश्राम ने तैयारियों की समीक्षा की। सभी विभागों को जोड़ते हुए वॉट्सअप ग्रुप बनेगा। पीडब्ल्यूडी पुल-पुलियों, खनिज विभाग खदानों की सूची देगा। नालों की सफाई, राहत शिविर, एनजीओ से समन्वय जैसे निर्णय लिए गए।