सतना में बदमाश के गोली मारने से घायल हेड कॉन्स्टेबल प्रिंस गर्ग ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। शुक्रवार सुबह 8 बजे दिल्ली के मैक्स अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके कॉलर बोन में इन्फेक्शन बढ़ता जा रहा था। प्रिंस को गोली मारने वाला आदर्श शर्मा शॉर्ट एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया जा चुका है। अब उस पर हत्या का केस चलेगा।
28-29 अप्रैल की दरमियानी रात करीब 12 बजे सतना के जैतवारा थाना परिसर में नकाब पहने आदर्श शर्मा ने प्रिंस को गोली मारी थी। गोली प्रिंस के कंधे के पास लगी थी। आदर्श मौके से फरार हो गया था।
हेड कॉन्स्टेबल प्रिंस गर्ग थाना परिसर में बने बैरक में रहता था। रात को ड्यूटी से लौटकर खाना खाने की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान कमरे के बाहर से आवाज आई। प्रिंस बाहर आया और देखा कि एक नकाबपोश युवक खड़ा है। प्रिंस के बाहर आते ही युवक ने कट्टे से उस पर फायर कर दिया।
प्रिंस को पहले संजय गांधी अस्पताल, रीवा फिर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 7 मई को सेहत बिगड़ने पर रात 1:20 बजे पीएम श्री एयर एंबुलेंस से उन्हें दिल्ली एयर लिफ्ट किया गया था।
फैमिली ने भाजपा जिला अध्यक्ष से मांगी थी मदद प्रिंस के परिजन ने भाजपा के जिला अध्यक्ष भगवती पांडे से मदद मांगी थी। पांडे ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से इस विषय में चर्चा की। इसके बाद एयर एंबुलेंस की व्यवस्था हुई। प्रिंस गर्ग को दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
छोटे भाई ने कहा- इन्फेक्शन का पता नहीं चल पाया प्रिंस के छोटे भाई प्रशांत तिवारी ने कहा- सीटी स्कैन में शरीर के अंदर गोली नहीं मिली थी। चिकित्सा मंत्री से लेकर आईजी, कलेक्टर, एसपी सभी लोग उनकी हालत पर नजर बनाए थे। बावजूद इसके यह नहीं पता कर पाए कि उनकी कॉलर बोन में इन्फेक्शन बढ़ता जा रहा है। जब हालत गंभीर हुई तो 7 मई की देर रात उन्हें रीवा से दिल्ली एयर लिफ्ट किया गया।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि प्रिंस पर हमला करने वाला आदर्श बाइक चोरी के मामले में पूछताछ के लिए थाने बुलाए जाने से नाराज था।
सिगरेट जलाकर पेट्रोल बहाता वीडियो आया था सामने इस बीच आरोपी आदर्श शर्मा का छह माह पुराना एक वीडियो भी सामने आया। जिसमें वह पेट्रोल पंप पर जलती सिगरेट के साथ पंप के नोजल से पेट्रोल बहाता दिख रहा है। घटना के दौरान पेट्रोल पंप कर्मचारी डर के कारण दूर खड़े थे।
ग्रामीणों का कहना है कि आदर्श की हरकतों से परेशान होकर परिवार ने उसे घर से निकाल दिया था। परिजन उसके डर से घर पर ताला लगा कर रखते हैं। दादी ने भी डर से घर छोड़ दिया है।