एसआइ सूर्यवंशी ने बताया कि आरोपित के पास मिले फर्जी कंपनी के बैंक खाते में इस प्रकार के कई डीडी मिले हैं, जिससे करोड़ों की ठगी का अनुमान है। आरोपित के संपर्क कई एजेंटों से है, जो दूसरे शहरों में बैठकर उसके लिए काम करते हैं। आरोपित के पुराने रिकार्ड को खंगाला जा रहा है।