प्रदेश के भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर संभाग के जिलों में बिजली चोरी पकड़ने के लिए मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने अब कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने का फैसला किया है। कम्पनी ने कहा है कि बिजली चोरी पकड़वाने वाले कम्पनी के आउटसोर्स, संविदा और नियमित अधिकारियों, कर्मचारियों को कम्पनी द्वारा चोरी का मामला सही पाए जाने पर चोरी की गई बिजली की बिलिंग की दस प्रतिशत प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा बिजली चोरी की रोकथाम के लिए चलाई जा रही पारितोषिक योजना में यह व्यवस्था की गई है। कम्पनी ने कहा है कि बिजली के अवैध उपयोग की सूचना देने पर सूचना देने वालों को 10 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। इस राशि में से पांच प्रतिशत राशि का भुगतान संबंधित सूचना देने वालों को सूचना सही पाए जाने पर जारी किए गए अंतिम रूप से तय किए गए बिजली चोरी के आदेश के तुरंत बाद किया जाएगा तथा शेष पांच प्रतिशत राशि पूर्ण वसूली के बाद दी जाएगी।
ऑनलाइन दे सकेंगे सूचना, गोपनीय रहेगी
कंपनी ने कहा है कि बिजली चोरी की सूचना देने वालों में कम्पनी के नियमित कर्मचारी, संविदा कर्मचारी, आउटसोर्स कर्मचारी भी हो सकते हैं। सूचना सही पाए जाने पर जांच में मिली अनियमितता के विरुद्ध भुगतान के लिए जारी किए गए बिल की पूर्ण वसूली के बाद क्षतिपूर्ति राशि का एक प्रतिशत सूचना देने वाले को मिलेगा। कंपनी ने सूचना प्रक्रिया के बारे में बताया कि अब पारितोषिक योजना की पूरी जानकारी जैसे बिलिंग और भुगतान से संबंधित गतिविधियों को ऑनलाइन कर दिया गया है।
सूचना देने वाले को यह जानकारी देनी होगी