जमात-ए-इस्लामी ने यह भी कहा कि चीनी नेताओं के साथ क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा की गई। माना जा रहा है कि उनका इशारा भारत के साथ चल रहे तनाव की ओर था। जमात लगातार भारत के खिलाफ जहर उगल रही है। चीन जल्द ही जमात-ए-इस्लामी के नेताओं को चीन बुलाने जा रहा है। इससे पहले रिपोर्ट आई थी कि बांग्लादेश में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई मोहम्मद यूनुस के राज में सक्रिय हो गई है और रोहिंग्या मुस्लिमों की एक सेना को ट्रेनिंग दे रही है। माना जा रहा है कि रोंहिग्या के नाम पर बांग्लादेश की सेना म्यांमार में हमले की तैयारी कर रही है। यह खबर भारत के लिए भी टेंशन बढ़ाने वाली है जिसका पूर्वोत्तर का बॉर्डर म्यांमार और बांग्लादेश की सीमा से लगता है।