चीन ने पाकिस्तान में मोहमंद डैम के निर्माण को तेज करने की घोषणा की है, जो एक महत्वपूर्ण हाइड्रोपावर और वाटर सिक्योरिटी प्रोजेक्ट है। चीन ने यह कदम भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि को लेकर बढ़ते तनाव के बीच उठाया है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, डैम में कंक्रीट भरने का काम शुरू हो गया है। चीन ने इसे पाकिस्तान के लिए नेशनल प्रोजेक्ट बताया है।
इस डैम का निर्माण चीन की सरकारी कंपनी चाइना एनर्जी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन कर रही है। इस कंपनी ने 2019 में काम शुरू किया था।
यह खबर पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री इशाक डार के बीजिंग दौरे से पहले आई है, जहां वे चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात करेंगे।
दुनिया का पांचवां सबसे ऊंचा डैम होगा
मोहमंद डैम पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मोहमंद जिले में स्वात नदी पर बन रहा है। यह एक बहुउद्देशीय कंक्रीट-फेस्ड रॉकफिल डैम है, जो बाढ़ कंट्रोल, सिंचाई, पीने का पानी और बिजली उत्पादन के लिए बनाया जा रहा है।
700 फीट ऊंचा यह डैम दुनिया का पांचवां सबसे ऊंचा डैम होगा। यह डैम पूरा होने पर 800 मेगावाट जल विद्युत (हाइड्रोपावर) पैदा करेगा और पेशावर को हर दिन 30 करोड़ गैलन पानी सप्लाई करेगा।
इसके अलावा, यह हजारों एकड़ कृषि भूमि की सिंचाई करेगा और निचले इलाकों को मौसमी बाढ़ से बचाएगा।
डैम का काम 2027 तक कंपलीट हो सकता है
पाकिस्तानी अखबार डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक डैम का काम 2027 तक कंपलीट हो सकता है। फिलहाल डैम में पावर और सिंचाई टनल की खुदाई, स्पिलवे का निर्माण और अपस्ट्रीम कॉफरडैम पर भी काम चल रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, डैम निर्माण का काम अपने निर्धारित समय से आगे चल रहा है।
इसके अलावा, चीन पाकिस्तान की जल भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए डायमर-भाषा डैम के निर्माण में भी मदद कर रहा है। यह डैम खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित-बाल्टिस्तान के पास सिंधु नदी पर चिलास में बन रहा है।