तुर्की की वायुसेना को अमेरिका ने किया मजबूत
अमेरिका के AIM-120C-8 मिसाइल को बोलचाल की भाषा में AMRAAM यानि Advanced Medium Range Air-to-Air Missile) कहा जाता है। इसे RTX नाम की कंपनी बनाती है और ये एक अत्याधुनिक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है, जिसे फाइटर जेट्स में लगाया जाता है। इसका रेंज 160 से 180 किलोमीटर के बीच किसी लक्ष्य को भेदने की है। इसके अलावा इस मिसाइल में एक्टिव रडार होमिंग है, यानि ये लक्ष्य को खुद खोजती है, उसे ट्रैक करती है और फिर हमला करती है। इसमें मल्टी शॉट कैपेबिलिटी है, यानि ये मिसाइल एक साथ कई लक्ष्यों पर हमला करने में सक्षम है। वहीं इसकी सबसे बड़ी खासियत इसकी हाई स्पीड से हमला करने की क्षमता है, लिहाजा दुश्मनों के फाइटर जेट्स के लिए इसे काल मान सकते हैं। इस मिसाइल में दुनिया के अन्य मिसाइलों के मुकालबे काफी हाई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। ये वही मिसाइल है, जिसे अमेरिका ने नॉर्वे और जापान जैसे देशों को अपने आधुनिक लड़ाकू विमान एफ-16, F/A-18 और F-35 स्टील्थ फाइटर जेट में लगाने के लिए दिए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक तुर्की अपने एफ-16 फाइटर जेट्स को अपग्रेड कर रहा है, लिहाजा उसे अब नई मिसाइलों की जरूरत है। तुर्की ने अमेरिका से ही एफ-16 फाइटर जेट खरीदे हैं। एफ-16 में AMRAAM मिसाइल लगाने के बाद इसमें BVR यानि Beyond Visual Range Air Superiority क्षमता आ जाएगी। जिसका मतलब होगा कि तुर्की के पास ग्रीस के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए एक और खतरनाक हथियार होगा। इसके अलावा मिलिड ईस्ट में कुर्द विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाने के लिए तुर्की के पास एक और ताकत होगी और तुर्की के पाकिस्तान जैसे साथी और उत्साहित होंगे। हालांकि इस मिसाइल को तुर्की, पाकिस्तान को नहीं दे सकता है।
अमेरिका के AIM-120C-8 मिसाइल को बोलचाल की भाषा में AMRAAM यानि Advanced Medium Range Air-to-Air Missile) कहा जाता है। इसे RTX नाम की कंपनी बनाती है और ये एक अत्याधुनिक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है, जिसे फाइटर जेट्स में लगाया जाता है। इसका रेंज 160 से 180 किलोमीटर के बीच किसी लक्ष्य को भेदने की है। इसके अलावा इस मिसाइल में एक्टिव रडार होमिंग है, यानि ये लक्ष्य को खुद खोजती है, उसे ट्रैक करती है और फिर हमला करती है। इसमें मल्टी शॉट कैपेबिलिटी है, यानि ये मिसाइल एक साथ कई लक्ष्यों पर हमला करने में सक्षम है। वहीं इसकी सबसे बड़ी खासियत इसकी हाई स्पीड से हमला करने की क्षमता है, लिहाजा दुश्मनों के फाइटर जेट्स के लिए इसे काल मान सकते हैं। इस मिसाइल में दुनिया के अन्य मिसाइलों के मुकालबे काफी हाई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। ये वही मिसाइल है, जिसे अमेरिका ने नॉर्वे और जापान जैसे देशों को अपने आधुनिक लड़ाकू विमान एफ-16, F/A-18 और F-35 स्टील्थ फाइटर जेट में लगाने के लिए दिए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक तुर्की अपने एफ-16 फाइटर जेट्स को अपग्रेड कर रहा है, लिहाजा उसे अब नई मिसाइलों की जरूरत है। तुर्की ने अमेरिका से ही एफ-16 फाइटर जेट खरीदे हैं। एफ-16 में AMRAAM मिसाइल लगाने के बाद इसमें BVR यानि Beyond Visual Range Air Superiority क्षमता आ जाएगी। जिसका मतलब होगा कि तुर्की के पास ग्रीस के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए एक और खतरनाक हथियार होगा। इसके अलावा मिलिड ईस्ट में कुर्द विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाने के लिए तुर्की के पास एक और ताकत होगी और तुर्की के पाकिस्तान जैसे साथी और उत्साहित होंगे। हालांकि इस मिसाइल को तुर्की, पाकिस्तान को नहीं दे सकता है।